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विप्रो ने अपर्णा अय्यर को अपना अगला सीएफओ नियुक्त किया
विप्रो, भारत की एक दिग्गज आईटी सर्विस कंपनी ने 21 सितंबर, 2023 को इस बात की घोषणा की कि उनके पूर्व सीएफओ, जतिन दलाल ने कंपनी के साथ अपने 21 साल के कार्यकाल के बाद कंपनी से इस्तीफा दे दिया। भारत की चौथी सबसे बड़ी आईटी कंपनी, विप्रो ने अपनी कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों में से एक, अपर्णा सी अय्यर को कंपनी का नया सीएफओ (चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर) नियुक्त किया है, जो 22 सितंबर से अपना कार्यभार शुरू करेंगी। जतिन दलाल के इस्तीफे को पिछले 12 महीनों में भारत में आईटी कंपनियों से टॉप एग्जिटों (शीर्ष निकासियों) में से एक माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि वह नवंबर के अंत में कंपनी छोड़ देंगे।
स्टॉक एक्सचेंज पर एक घोषणा में, विप्रो ने यह खुलासा किया कि सीएफओ के रूप में अपर्णा की जिम्मेदारियाँ 22 सितंबर, 2023 से प्रभावी होंगी। वह विप्रो के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर या सीईओ थिएरी डेलापोर्टे को रिपोर्ट करेंगी और उसके बाद कंपनी के एग्जिक्यूटिव बोर्ड का हिस्सा बनेंगी।
अपर्णा अय्यर वर्ष 2003 में सीए या चार्टर्ड अकाउंटेंट के रूप में विप्रो में शामिल हुईं थी और विप्रो की सीएफओ बनने से पहले वह विप्रो की फुलस्ट्राइड क्लाउड यूनिट की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट ऑफ फाइनेंस और चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर या सीएफओ थीं।
जतिन दलाल, जिन्होंने गुरुवार, 21 सितंबर, 2023 को अपना इस्तीफा पत्र सौंपा, विप्रो के एक बयान के अनुसार, वह 2015 से ही संगठन के बाहर अपने पेशेवर (प्रोफेशनल) लक्ष्यों के लिए कोशिश करना चाह रहे थे।
विप्रो के सीईओ, डेलापोर्टे के अनुसार, अपर्णा अय्यर एक निपुण, कुशल और लक्ष्य-संचालित नेता हैं। उन्होंने उनके कौशल पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अपर्णा का उनके 20 साल के करियर के दौरान, विप्रो के बिजनेस लीडर्स के लिए हमेशा ही उनका एक सक्रिय, तेज सोच वाली रणनीतिक भागीदारी रही हैं। डेलापोर्टे ने इस बात पर भी सहमति जताई कि अय्यर 5 वर्षों के कार्यकाल के दौरान विप्रो के वित्तीय परिवर्तन का एक अभिन्न हिस्सा रहीं हैं। वह फाइनेंशियल प्लानिंग और रणनीतिक सोच, निवेश कार्यक्रमों और वित्तीय परिवर्तन की शुरुआत के मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं।
थिएरी डेलापोर्टे ने विशेष जोर देते हुए यह भी कहा कि “उनकी स्थायी मूल्य बनाने की उनकी प्रतिबद्धता, वित्त संचालन के पूरे स्पेक्ट्रम में विशेषज्ञता और कई स्टेकहोल्डरों के साथ काम करने का उनका अनुभव कंपनी के वित्तीय उद्देश्यों को प्राप्त करने में सहायक साबित होगा।”
वर्ष 2003 में विप्रो में शामिल होने के बाद, अपर्णा ने कंपनी में विभिन्न वित्तीय भूमिकाएँ जैसे बिजनेस फाइनेंस, इंटरनल ऑडिट, कॉर्पोरेट ट्रेजरी और इंवेस्टर रिलेशन्स, फाइनेंशियल प्लानिंग एंड एनालिसिस से लेकर विप्रो की फुलस्ट्राइड क्लाउड यूनिट की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और सीएफओ पद की भूमिका निभाईं हैं।
उनकी नियुक्ति पर विप्रो ने कहा कि अपर्णा के पास वित्तीय जोखिम या फाइनेंशियल रिस्क मैनेजमेंट, कैपिटल एलोकेशन (पूंजी राशि का आवंटन), रेजिंग ऑफ फंड्स, बिजनेस रणनीति को आगे बढ़ाने और वित्तीय क्षेत्र में विकास के संबंध में गहरी समझ और ज्ञान है।
अपर्णा 2002 बैच की चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और वह अपने बैच की गोल्ड मेडलिस्ट हैं। उन्होंने कहा कि वह विप्रो में सीएफओ के रूप में इस महत्वपूर्ण पद का हिस्सा बनकर बहुत खुश हैं। वह कंपनी की उन्नति और सफलता पर काम करने, कंपनी के स्टेकहोल्डरों या हितधारकों के लिए वैल्यू या मुनाफा बनाने के साथ-साथ कंपनी के सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए सीईओ डेलापोर्टे, विप्रो की फाइनेंस टीम और विप्रो के साथ काम करने के लिए बहुत उत्सुक और उत्साहित हैं।